Beautiful thought
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साधनों का बाहुल्य रहने से सुखी रहने की बात आमतौर से सोची जाती है। किंतु वस्तुस्थिति इससे भिन्न है। जो उपलब्ध है उसका श्रेष्ठतम सदुपयोग कैसे हो सकता है, इस तथ्य को यदि कोई ठीक तरह से जानता हो।
अल्प साधनों में भी हँसी-खुशी की जिंदगी जिया जा सकता है साधन सामग्री प्रचुर मात्रा में प्राप्त हो, किंतु उसका सही उपयोग न आता हो तो उनसे लाभ मिलना तो दूर, जिंदगी ही समस्या बन जाएगी।
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